उदाहरण के रूप में मंगलवार 7 अक्टूबर के अंक में प्रकाशित इस स्तंभ की फोटो प्रति यहां दी जा रही है-
ब्लॉग लेखकों के विचारों का सदुपयोग
Posted on Tuesday 7 October 2008 by श्रीकांत पाराशर in
कर्नाटक में 30 वर्षों से रहने वालों द्वारा प्रकाशित, कर्नाटक के एक मात्र हिन्दी दैनिक, जो कि किसी अन्य प्रदेश के अखबार का स्थानीय संस्करण नहीं बल्कि बेंगलूर ही जिसका मुख्यालय है, ऐसे 'दक्षिण भारत राष्ट्रमत' दैनिक में भी संपादकीय पृष्ठ पर ''ब्लॉग टॉक'' स्तंभ के अंतर्गत रोज दो चुनिंदा विचार, ब्लॉग लेखकों के शामिल किए जाते हैं।
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10 comments:
बहुत सुंदर,
इस नए कालम का स्वागत है. आशा है जिस प्रकार 'दक्षिण भारत' पूरे बंगलुरु का दुलारा बन गया है वैसे ही ये कालम सफलता के नए आयाम तय करेगा और बंगलोर के अनेक पाठकों को ब्लोग्लेखन के लिए प्रेरित करेगा.
आपको धन्यवाद.
बहुत उम्दा प्रयास!! आभार!!
'great efforts for new coloum. good luck'
regards
अच्छा और सार्थक प्रयास ।यहां भी शुरुआत हुई है। आज की जनधारा ,अख़बार भी ब्लोग को स्थान दे रहा है।बधाई आपको ब्लोग को आगे बढाने की दिशा मे उठाये गये कदम के लिय्रे हमेशा याद रखेंगे।
सराहनीय प्रयास..
श्रीकांत जी,
एक अच्छी शुरूआत के लिए धन्यवाद. अगर अगली बार से तस्वीर थोड़ी बड़ी हो तो आनंद कई गुना बढ़ जाएगा.
बहुत अच्छी कोशिश है यह
श्री कांत जी आप ने बहुत ही अच्छा काम किया है, धन्यवाद
आपका यह प्रयास सराहनीय है.
Aadarniya Shreekant jee hum aapke saath hue. Hum par aapka poora adhikaar hai jee. Jab bhee uchit samjhen aadesh keejiyega.
Tatpar rahenge.
---Aapke
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