मैं यह जानता हूं कि आज भी लेखकों, कवियों, पत्रकारों (कुछ बड़े संस्थानों से जुड़े लोगों को छोड़कर) की बिरादरी ऐसी है कि अगर अचानक किसी को हार्ट की बाईपास सर्जरी करानी पड़ जाए तो मुश्किल हो जाए। कम से कम डेढ़ लाख से लेकर ढाई लाख रुपए तक के पैकेज होते हैं अच्छे अस्पतालों में। पत्रकारों को अगर ठीक-ठाक वेतन मिलता है तो भी इतनी सेविंग्स उनके पास नहीं होती है कि अचानक आए ऐसे खर्चे को सहज ही वहन कर सकें। यहां मैं यह बताना चाहता हूं कि हमारे यहां बेंगलूर में कुछ ट्रस्ट एवं उदार दानदाता हैं जिनके सौजन्य से हार्ट ऑपरेशन करवाए जाते हैं और कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
पत्रकारिता के साथ साथ प्रारंभ से ही मेरा लगाव समाजसेवा से रहा है इसलिए ऐसे सेवाभावी संगठनों और लोगों से भी मेरे धनिष्ठ संबंध हैं। मेरी यह कोशिश है कि देशभर में अगर कहीं भी, कोई भी पत्रकार या लेखक हृदय रोग से ग्रस्त है तथा आर्थिक अभावों के चलते बाईपास सर्जरी (हार्ट ऑपरेशन) नहीं करवा पा रहा है तो ऐसे भाई-बहन को मुझसे संपर्क करने के लिए कहा जा सकता है। ब्लॉग पर जिनसे परिचय हुआ है, मित्रता हुई है वे ऐसे जरूरतमंद पत्रकार, लेखक की अनुशंसा कर सकते हैं क्योंकि मदद उसी को मिलनी चाहिए जिसको वास्तव में जरूरत है। हालांकि जो आर्थिक रूप से समर्थ हैं, वे संपर्क भी नहीं करेंगे। यह बिरादरी ज्यादा स्वाभिमानी होती है इसलिए कष्ट पाते हुए भी सहज ही सहयोग नहीं लेती। फिर भी व्यवस्था का दुरुपयोग न हो इसलिए परिचित के माध्यम से आवेदन आए तो उचित रहता है। अतः ऐसे किसी भी पत्रकार-लेखक बंधु को हम जानते हों, जिनका हार्ट ऑपरेशन जल्दी होना जरूरी है तो मुझे उनकी जानकारी (पूरा विवरण) भिजवाएं। मैं बेंगलूर में उनके निःशुल्क ऑपरेशन कराने की व्यवस्था करूंगा। मेरा इसमें कोई खास योगदान नहीं है, बस एक सेतु का कार्य करने की कोशिश है।
यहां पर बहुत अच्छे कुछ लोग हैं, जिनके सौजन्य से यह अद्भुत सेवा हो रही है। बेंगलूर के जाने-माने अस्पताल नारायण हृदयालय के साथ इनका अनुबंध है। यह वही अस्पताल है जहां पाकिस्तान के बच्चों के हार्ट ऑपरेशन हुए थे और मीडिया में कई दिनों तक उनका जिक्र हुआ था। इसी प्रकार दूसरा अस्पताल 'जयदेवा इंस्टिट्यूट ऑफ कॉर्डियोलॉजी' भी प्रतिष्ठित अस्पताल है। दोनों अस्पताल देशभर में ख्यति प्राप्त हैं। इन अस्पतालों में ऑपरेशन होता है। कर्नाटक की सरकार तथा यहां के राज्यपाल तो इस सेवा से अभिभूत हैं।महीने में एक-दो रोगियों के लिए विशेष आग्रह मेरी तरफ से मैं कर सकता हूं, इसलिए मैंने सोचा कि ब्लॉग के साथियों के माध्यम से ऐसे वास्तविक जरूरतमंद लेखकाें-पत्रकारों की मदद की जाए जिनके लिए स्वयं के बलबूते पर हॉर्ट ऑपरेशन कराना मुश्किल है। बस, यही सोचकर ब्लॉग पर यह मैटर डाला है।
लेखक-पत्रकार के लिए निःशुल्क हार्ट ऑपरेशन
Posted on Friday, 5 September 2008 by श्रीकांत पाराशर in
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7 comments:
बहुत ही अनुकरणीय काम कर रहे हैं आप.
मैं अपने संपर्क के कवियों-पत्रकारों तक बेंगलूरू के इन स्थापित अस्पतालों की उदारता पहुंचाऊंगा.
साधुवाद..
Yogendraji,aapki tippani ke liye dhanywad. Aspatalon ki koi udarta nahin hai, darasal kuchh trust aur donors hain jo hospitals ko amount dete hain, donors ke behalf men open heart surgery hoti hai. mujhe laga apne bandhuon ko bhi iska labh mile. aap jarur aisa koi vyakti ho to mujhe batayen, unka totally free kaam hoga. Dhanywad.
"Sir, read your artical, and found that it is very useful informative for every one. it is really great effort to run such institutions for nobal cause , and ur effort to share it with world is really appreciable"
Regards
sir
namaskar
Aaapka karya kaabiletarif hai. Aaaj jab patrakarikta mai bhe paisa prathmikta ho rara hai, jarurathmand Sathiyo ke Liye Aaap ki Pahal Auro Ko Bhe Preana De, ye hamari Kaamna hi
Praveen Vashishta
Bhupendra Sharma
Dainik jagran
Bijnor (UP)
sir
namaskar
Aaapka karya kaabiletarif hai. Aaaj jab patrakarikta mai bhe paisa prathmikta ho rara hai, jarurathmand Sathiyo ke Liye Aaap ki Pahal Auro Ko Bhe Preana De, ye hamari Kaamna hi
Praveen Vashishta
Bhupendra Sharma
Dainik jagran
Bijnor (UP)
Dhanywad saathiyo, mera cell no note karlen aur kabhi lage ki hamare kisi saathi ko madad chahiye to sampark karen.no hai- 099454 88004
आदरणीय श्रीकांत जी,
आपने बहुमूल्य जानकारी दी है.
आपकी सेवाएँ भी अनुकरणीय है.
मैं यह संदेश अपने यहाँ ज़रूर प्रसारित
करूँगा...आभार.===============
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