चार शताब्दी पुरानी है मैसूर दशहरे की भव्य परंपरा

कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले मैसूर के नाम से कई खास चीजें जुड़ी हुई हैं-मैसूर मल्लिगे (विशेष पुष्प), मैसूर के रेशमी वस्त्र, राजमहल,...
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राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने वाली भाषा है हिन्दी

'राष्ट्र भाषा हिन्दी, जिसे सरकारी भाषा में राजभाषा कहा जाता है, विभिन्न भाषा-भाषियों वाले भारत को एक सूत्र में पिरोने का काम करती है । उत्तर...
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-- 'कविता रंग लाएगी' का विमोचन --

बेंगलूर में 'साहित्य परिवार' नामक संस्था के अंतर्गत साहित्यिक गतिविधियां होती रहती हैं। गत रविवार को हरिकृष्ण सक्सेना 'परेशान' की काव्य कृति...
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हौदा उठाने वाले बूढ़े हाथी

कर्नाटक की संस्कारधानी मैसूर में मनाया जाने वाला दशहरा महोत्सव विश्व विख्यात है। इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्यटक...
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जहां गणेशजी को मांसाहारी भोग चढ़ाते हैं

कर्नाटक के कोप्पल कस्बे के निकट भाग्यनगर गांव के लोग एक अनोखी परंपरा का पालन करते आ रहे हैं। यहां गणेशात्सव के मौके पर भगवान गणेश को मांसाहारी...
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लेखक-पत्रकार के लिए निःशुल्क हार्ट ऑपरेशन

मैं यह जानता हूं कि आज भी लेखकों, कवियों, पत्रकारों (कुछ बड़े संस्थानों से जुड़े लोगों को छोड़कर) की बिरादरी ऐसी है कि अगर अचानक किसी को हार्ट की बाईपास सर्जरी करानी पड़ जाए तो मुश्किल हो जाए। कम से कम डेढ़ लाख से लेकर ढाई लाख रुपए तक के पैकेज होते...
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अपनी दोनों आंखें चढ़ा दीं भगवान को

इसे अंधविश्वास कहा जाए या आस्था की पराकाष्ठा, परन्तु है यह सच्ची घटना। कर्नाटक के बागलकोट जिले के अडगल गांव के एक किसान मुदुकप्पा इलप्पा कर्दी नामक व्यक्ति ने गत 28 अगस्त को अपने ही चाकू से अपनी दायीं आंख निकाल कर भगवान शिव की मूर्ति के चरणों...
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बहती गंगा (कोसी) में हाथ धो लेते हैं अखबार भी

बिहार में आई बाढ़ पर राजनेता तो राजनीति करेंगे ही, यह उनके स्वभाव में है परन्तु छोटे-बड़े अखबार भी इस मौके का लाभ उठाने से नहीं चूकने वाले। मैंने तो यहां तक देखा है कि अखबार वाले दूसरों को ईमानदारी, नैतिकता, सच्चाई और न जाने कैसी कैसी अच्छी सीख...
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बेबस और बेहाल है बिहार

बिहार में जो बाढ आई है, उसकी भयावहता का तो ठीक से वर्णन भी नहीं किया जा सकता। पहले से ही आर्थिक रुप से पिछड़े हुए इस प्रदेश को कोसी नदी ने बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया है। प्रदेश के अनेक जिलों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। बताया जा रहा है...
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